आजादी अमृत महोत्सव की श्रृंखला में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा पोषण पखवाड़े के तहत जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्यअतिथि अतिरिक्त उपायुक्त सलोनी शर्मा ने कहा कि स्वस्थ समाज और देश के निर्माण में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि बच्चों और विशेषकर बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए सरकार ने विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं चलाई हुई हैंं। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता का यह दायित्व बनता है कि इन सभी योजनाओं के बारे में पात्र महिलाओं को बताएं और उनको लाभ दिलवाने में मददगार की भूमिका निभाएं। एडीसी ने पोषण आहार, लिंगानुपात में सुधार, किशोरियों को व्यक्गित स्वच्छता के बारे जागरूक करना, एनीमिया से पीड़ित किशोरियों व माताओं को पोषण आहार की सही जानकारी देना और चिकित्सा सुविधाओं के बारे जागरूक करना,कुपोषित बच्चों के अभिभावकों के साथ निरंतर बातचीत करते हुए पौष्टिक आहार बारे जानकारी देना, मोटे अनाज को आहार मेंं शामिल करना जैसे महत्वपूर्ण बिंदु हैं जिसकी जानकारी स्वस्थ समाज निर्माण में जरूरी है। यह कार्य महिला अच्छी तरीके से कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि परहेज इलाज से बेहतर है। अगर बच्चों को ठीक समय पर पोषण आहार मिले तो कुपोषण की समस्या खत्म हो जाएगी और महिलाओं मेंं एनीमिया की।
महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी शालु यादव ने पोषण पखवाड़े के तहत आयोजित की जा रही जागरूकता गतिविधियों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पोषण कार्यक्रमों के जरिये मोटा अनाज का प्रचार-प्रसार, जिलेभर में स्वस्थ बालक स्पर्धा का आयोजन एवं सक्षम आंगनबाड़ी के बारे में आमजन को जागरूक किया जा रहा है। पखवाड़े के दौरान 0-6 वर्ष के बच्चों का वजन व उसकी लंबाई नापी जा रही है, ताकि कुपोषित बच्चों का आंकलन करके उनके अभिभावकों को घर मे ही उपलब्ध खाद्य पदार्थों से तैयार होने वाले पौष्टिक आहार के बारे में बताया जा सके। उन्होंने कहा कि जागरूकता कार्यक्रम में समाज के प्रमुख नागरिकों, पंचायत प्रतिनिधियों, खिलाडिय़ों आदि को भागीदार बनाया जा रहा है। कार्यक्रम में कृषि विभाग के अधिकारियों ने मोटे अनाज व स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सा अधिकारियों ने स्वास्थ्य से संबंधित जानकारी दी। संवाद भवन में आयोजित कार्यक्रम में मोटे अनाज से तैयार रेसिपी की प्रदर्शनी आयोजित की गई। बच्चों व माताओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में विभागीय अधिकारी और महिलाएं मौजूद रहीें।