नारनौल- आजादी का अमृत महोत्सव के तहत जेके आभीर उपायुक्त एवं अध्यक्ष जिला बाल कल्याण परिषद् नारनौल के मार्गदर्शन में बाबा दुधाधारी सेवा समित्ति ढोहर खुर्द द्वारा प्राथमिक पाठशाला ढोहर खुर्द में आयोजित संस्कार कार्यशाला में नैतिक मूल्यों की शिक्षा पर जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें स्कूल के सभी विद्यार्थी एवं अध्यापकों व ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए योजना के नोडल अधिकारी विपिन कुमार शर्मा ने कहा कि बालक सबसे पहले घर के वातावरण से प्रभावित होता है। घर एक प्राथमिक पाठशाला होती है जिसमें माता और पिता उसके गुरु होते हैं। अपने अभिभावकों के जीवन का बालक पर बहुत गहरा असर पड़ता है। यदि माता-पिता का गृहस्थ जीवन सुखी नहीं है तो बच्चा कभी भी सुखी नहीं रह सकता। बच्चों को समाज का उत्तम नागरिक बनाने के लिए माता-पिता को उत्तम माता-पिता बनना चाहिए। बच्चों के साथ समानता का व्यवहार करना चाहिए। सभी बच्चों को अच्छी शिक्षा के साथ-साथ अच्छे नैतिक मूल्यों को भी अपने जीवन में धारण करना चाहिए ताकि अच्छे समाज व राष्ट्र का निमार्ण हो सकें। इस अवसर पर विशिष्ठ अतिथि हरीश शर्मा सामाजिक कार्यकर्ता ने सभी आगन्तुकों का स्वागत एवं आभार व्यक्त करते हुए अपने विचार व्यक्त किए कि आज की कार्यशाला में बताए गए नैतिक मूल्यों को बच्चों एवं बड़ों सभी को अवधारण करना चाहिए। इस अवसर पर तीरन्दाजी कोच सुरेन्द्र शर्मा, हरीश शर्मा, सरपंच प्रतिनिधि महिपाल,पूर्व डीपीई शेर सिंह, मुख्य अध्यापक बाबुलाल, अध्यापक अमित शर्मा,जगराम आर्य,विनोद आर्य,बलवान सिंह,नित्यानंद, स्कूल के सभी बच्चे तथा काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।