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आजादी के अमृत महोत्सव के विशेष अभियान चलाकर किया गया पौधारोपण

Haryana

September 21, 2022

आजादी के अमृत महोत्सव श्रृंखला के तहत स्वच्छता ही सेवा अभियान पटौदी के गांव शाहपुर जट में जलाशय के किनारे पौधारोपण करते सदस्य । के छठे दिन मंगलवार को जिला में प्लास्टिक निस्तारण से जुड़ी गतिविधियों का आयोजन हुआ। उपायुक्त निशान्त कुमार यादव के मार्गदर्शन में दो अक्टूबर तक चलने वाले इस अभियान का उद्देश्य ग्रामीण अंचल में स्वच्छता के प्रति चेतना जागृत करना है। जिला परिषद की सीईओ अनु श्योकंद ने बताया कि स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम के तहत मंगलवार को पटौदी खंड के गांव शाहपुर जट में  जलाशय के किनारे पौधारोपण करने के बारे में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम के तहत बुधवार को सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक को लेकर जागरूकता गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। सीईओ ने आमजन से अपील करते कहा कि प्लास्टिक का इस्तेमाल न करें और अपने आस-पास लोगों को भी इसके लिए जागरूक करें। उन्होंने बताया कि देश व प्रदेश सरकार द्वारा भी प्लास्टिक की थैलियों के प्रयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया हैं। इसलिए आमजन कपड़े व जूट के थैलों का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करें, ताकि हम हमारे आने वाली पीढ़ियों को एक अच्छा व हराभरा वातावरण दें सके। इसके लिए हमें बाजार में कपडे के थैले लेकर जाने वाली पुरानी आदत को फिर से अपनाना होगा। उन्होंने सभी धार्मिक, सामाजिक संगठनों का भी आह्वान किया है, वे भी स्वच्छता ही सेवा अभियान में अपनी सक्रिय भूमिका अदा करें 
उल्लेखनीय है कि देश में इन दिनों बेहतर वेस्ट मैनेजमेंट के जरिए प्रदूषण पर नियंत्रण करने की पहल की जा रही है। अगर हम सभी थोड़ी सी कोशिश करें तो बेकार चीजों का बेहतर तरीके से निस्तारण कर सकते हैं। पर्यावरण संरक्षण में अहम योगदान दे सकते हैं। प्लास्टिक जल पृथ्वी और वायु को प्रदूषित करती है। जिसका असर इंसान और जीव जंतुओं पर पड़ता है। प्लास्टिक को पूरी तरह गलने में कई 100 साल लग जाते हैं। इसलिए यह ज्यादा खतरनाक है। हमें अपने घर से निकलने वाले कचरे को अलग अलग करने और उसके निस्तारण की शुरुआत करनी चाहिए। इसके लिए घर में नीले और हरे डस्टबिन को रखें। गीला कचरा हरे रंग के डस्टबिन में और सूखा कचरा नीले रंग के डस्टबिन में डालें। गीले कचरे को पशुओं को और सूखे कचरे को शेड में रखें, जिससे सफाई व्यवस्था बनी रहेगी। 

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