आजादी का अमृत महोत्सव की श्रृंखला में 25 सितंबर को रोहतक में राष्टï्रीय स्वयं सेवक के सरकार्यवाहक दत्तात्रेय होसबोले, उड़ीसा के महामहीम राज्यपाल प्रो. गणेशी लाल तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पुरानी आईटीआई मैदान में आयोजित गुरु सुदर्शन जन्म शताब्दी वर्ष महोत्सव में गुरु सुदर्शन जी महाराज को श्रद्घांजलि दी तथा अपने संबोधन में गुरु सुदर्शन जी महाराज द्वारा दिखाये गए सत्य, अंहिसा एवं परोपकार के मार्ग पर चलने का आह्वïान किया। राष्टï्रीय स्वयं सेवक संघ के सरकार्यवाहक दत्तात्रेय होसबोल ने उपस्थितगण का आह्वïान किया कि वे गुरु सुदर्शन जी महाराज के दिखाये गए रास्ते का अनुसरण करते हुए मानव भलाई के लिए कार्य करने का संकल्प लें, यही गुरुजी को सच्ची श्रद्घांजलि होगी। उन्होंने कहा कि गुरु के संदेश को जीवन में आत्मसात करें। अनेक मार्गों पर चलकर साधना की जा सकती है। भारत धर्म, कर्म व देव भूमि है। यहां पर सभी धर्मों के संतों ने मानव कल्याण का संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि गुरु सुदर्शन जी महाराज ने सांझी संस्कृति पर चलते हुए मानवता का कल्याण किया है। संत-महात्मा हमें सत्य के मार्ग पर चलने का संदेश देते है। हमें गुरु के सानिध्य में रहना चाहिए। उन्होंने महाभारत युद्घ के दौरान की घटना का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने मोहग्रस्त अर्जुन को गीता का संदेश देकर उसके मोह को नष्टï करते हुए उसके संदेह का निवारण किया था।