उपायुक्त मुकुल कुमार ने कहा कि कुरुक्षेत्र के प्ले स्कूलों में नन्हें-नन्हें बच्चों को प्री स्कूल शिक्षा का पाठ्यक्रम शुरू कर दिया गया है। इस नए सत्र में कुरुक्षेत्र के 377 प्ले स्कूलों में बच्चों की रौनक नजर आने लगी है। इस सत्र से बच्चों को खेल-खेल में शिक्षा देने का कार्य किया जाएगा। इससे बच्चों की योग्यता का भी आकलन किया जा सकेगा।
उपायुक्त मुकुल कुमार ने बातचीत करते हुए कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव को लेकर सभी प्ले स्कूलों और आंगनबाड़ी केन्द्रों में रेडीनेस मेलों का आयोजन किया गया। इन मेलों में 3 से 6 वर्ष तक के बच्चों की मानसिकता का खेल-खेल में आंकलन किया गया और इन सभी बच्चों का रिपोर्ट कार्ड भी तैयार किया गया है। इस रिपोर्ट कार्ड के माध्यम से बच्चों की योग्यता सामने आई है और इस योग्यता के आधार पर ही बच्चों की शिक्षा व अन्य विषयों पर पूरा फोकस किया जाएगा। इसके साथ ही रेडीनेस मेलों के आयोजन पर तकनीकी माध्यम से मॉनिटरिंग का कार्य भी किया गया। इस कार्य को सीएमजीजीए अविनाश व महिला एवं बाल विकास विभाग की परियोजना अधिकारी नीतू रानी और उनकी टीम के सदस्यों द्वारा किया गया है।
उन्होंने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव को लेकर लगाए गए मेले में बच्चों के विकास के शारीरिक मानसिक, आशा, पूर्व गणित और सामाजिक एवं भावनात्मक क्षेत्रों पर प्रकाश डाला गया। इसका मूल उद्देश्य पूर्व प्राथमिक शिक्षा के प्रति अभिभावकों और समुदाय को जागरूक करना है ताकि समाज के सभी वर्गों के बच्चों को निशुल्क एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त हो सके। हरियाणा सरकार पूर्व प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों में से एक है। इस दिशा में मुख्यमंत्री की घोषणा के तहत 4 हजार चयनित आंगनबाडिय़ों को प्ले स्कूलों में बदला गया है और शेष 21962 आंगनबाडिय़ों में भी प्री-स्कूल शिक्षा का प्रावधान किया गया है।