आजादी के अमृत महोत्सव के तहत रक्त ही एक मात्र ऐसा जीवनदायिनी पदार्थ है जिसका निर्माण किसी फैक्ट्री में नहीं हो सकता।रक्त की कमी को स्वैच्छिक रक्तदाताओं द्वारा बढ़चढक़र रक्तदान करने से ही पूरा किया जा सकता है। यदि हमारे रक्त की एक बूंद से किसी की जिंदगी बच जाए तो इससे बडा पुण्य का काम का काम कोई ओर नहीं हो सकता। इसी कड़ी में आज सिविल अस्पताल के ब्लड बैंक में मरीजों के लिए 4 यूनिट एबी पॉजिटिव ब्लड की आवश्यकता पडऩे पर सक्रिय रक्तदाता पालेराम ट्रस्ट के संस्थापक सुरेंद्र संभ्रवाल, भगवत कौशिक, मानेश्वर व रोहित कुमार ने सिविल अस्पताल के ब्लड बैंक पहुंच कर रक्तदान किया। उन्होंने कहा कि छोटी काशी भिवानी के रक्तदाता ये संकल्प ले कि किसी भी अनजान के लिए ब्लड की जरूरत पड़े तो सभी रक्तदाता हमेशा की तैयार रहेंगे।उन्होंने बताया कि रक्तदान महादान है। हर आदमी को हर तीसरे महीने रक्तदान जरूर करना चाहिए ।उन्होंने बताया कि रक्तदान करने से कोई कमजोरी नहीं आती है, बल्कि किसी जरूरतमंद को जरूरत पडऩे पर रक्त मिल जाता है।