नारनौल- आजादी का अमृत महोत्सव की श्रृंखला में स्कूल स्वास्थ्य एवं वैलनेस कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर उपायुक्त डॉ जयकृष्ण आभीर ने कहा कि सतत विकास के लक्ष्य को हासिल करने के लिए हमें युवाओं के स्वास्थ्य और शिक्षा पर फोकस रखना होगा। स्कूल एंबेसडर बच्चों के दोस्त बनकर उन्हें सही दिशा दिखाएं। बच्चों के पास ज्ञान की कमी नहीं है बल्कि उन्हें सही दिशा दिखाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सरकार युवाओं की शिक्षा व स्वास्थ्य के लिए कई योजनाएं चला रही है। इन योजनाओं का पूरा लाभ बच्चों को दिलाने का काम करें। किशोरावस्था में शारीरिक परिवर्तन आते हैं। इस दौरान उन्हें सही दिशा दिखाने की जरूरत है। पूरी समझदारी के साथ किशोरों की समस्याओं का निवारण करें। उपायुक्त ने कहा कि साल 2023 को मोटा अनाज वर्ष घोषित किया गया है। बच्चों तथा अभिभावकों को मोटे अनाज के फायदे बताएं ताकि उनका स्वास्थ्य बेहतर रहे। उन्होंने कहा कि मोटा अनाज मनुष्य को विभिन्न बीमारियों से दूर रखता है। पूरे विश्व में मोटे अनाज की महत्ता को समझा है। बच्चों का स्वास्थ्य सही रहेगा तो वे अच्छी तरह से शिक्षा हासिल कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी स्कूलों में एनीमिया की कमी को दूर करने के लिए आयरन फोलिक एसिड की गोलिया मुफ्त में दी जाती है। यह कार्य स्कूल एंबेसडर की देखरेख में बेहतरीन तरीके से किया जाता है। छात्राओं को इस गोली के खाने के फायदे तथा तरीके लगातार बताए जाएं। इस कार्यक्रम में डीआईओ डॉ नरेंद्र व डॉ हितेश ने किशोरावस्था में उचित खानपान पर प्रकाश डाला। एपीसी डॉ विक्रम सिंह ने स्कूल हेल्थ कार्यक्रम के उद्देश्यों के बारे में बताया। डायट प्रवक्ता लाल सिंह ने जेंडर इक्वलिटी, डॉ हितेश ने स्वास्थ्य और व्यक्तिगत सफाई, सुरेंद्र ने किशोरावस्था के बदलाव डॉ विजय यादव ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं पर जानकारी दी। इस मौके पर डीपीसी शक्ति पाल व संदीप के अलावा सभी बीआरसी मौजूद रहे।
