आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में रोहतक, में जिला एमएसएमई केन्द्र द्वारा स्थानीय सर्किट हाऊस में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्योग उन्नयन योजना और विभाग की अन्य योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। केंद्र की सहायक निदेशक नीलिमा ने इन योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। जागरूकता शिविर में संदीप हुडï्ïडा के अलावा गिझी, दतौड़, मोर खेड़ी, किसरैंटी, कंसाला व किलोई गांव के सरपंच तथा लगभग 50 किसान व युवा उपस्थित रहे। सरकार की ओर से सूक्ष्म उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए एक करोड़ रुपए तक का ऋण दिया जाता है, जिसमें 35 प्रतिशत सब्सिडी का प्रावधान है।विभाग के कर्मचारी राहुल ने प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम तथा जितेंद्र कुमार दुबे ने प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्योग उन्नयन योजना के बारे में आवेदन प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि व्यक्तिगत तौर पर पुरूष, महिला, किसान उत्पादन संगठन, स्वयं सहायता समूह व सहकारी समिति ऋण योजनाओं का लाभ ले सकते हैं। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना के तहत उत्पादन सेक्टर में 50 लाख तथा सर्विस सेक्टर के लिए 20 लाख तक का ऋण दिया जाता है, जिसमें 15 से 35 प्रतिशत तक सब्सिडी का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि खाद्य प्रसंस्करण योजना के तहत स्वयं सहायता समूह को मशीन की खरीद के लिए प्रत्येक सदस्य के अनुसार 40 हजार रुपये की राशि प्रदान की जा रही है। बुनियादी ढाँचा खड़ा करने के लिए 35 प्रतिशत अनुदान/ सब्सिडी पर ऋण उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। इस योजना के तहत खाद्य उद्योग जैसे बेकरी, आटा मिल, सरसों तेल मिल, मसाले, मिठाई, जूस, पेठा, पापड़, फ्रूट जैम, शहद, मशरूम, बिस्किट, केक, पिज़्ज़ा, टमाटर सॉस, चिप्स, नमकीन, गजक, गुड़, आचार, मखाना आदि से संबंधित खाद्य पदार्थ बनाने व उत्पादन की यूनिट लगाई जा सकती है। इसके लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया जाता है।