मध्यप्रदेश शासन, संस्कृति विभाग के आधीन स्वराज संस्थान संचालनालय द्वारा आज़ादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत 1857 मुक्ति संग्राम दिवस अवसर पर 10 से 12 मई 2022 की तिथियों में शहीद भवन, भोपाल में चित्र प्रदर्शनी का प्रदर्शन किया गया। 1857 मुक्ति संग्राम एक ऐसा उद्घोष है जिसकी अनुगूंज सम्पूर्ण भारत में प्रतिध्वनित हुई। 1857 महासमर में अनेक योद्धाओं ने अपने प्राण न्यौछावर किये। वीरों की शौर्य गाथा और देश में हुए विद्रोह की घटनाओं पर केन्द्रित चित्र प्रदर्शनी 1857 मुक्ति संग्राम का दर्शकों द्वारा अवलोकन कर सराहना की गयी।
इसी अवसर पर अथक पथ संग्रहालय बीना के श्री राम शर्मा द्वारा संग्रहीत शहीद क्रांतिकारियों के चित्र एवं आजादी से जुड़े दुर्लभ दस्तावेजों/समाचार-पत्रों पर केन्द्रित प्रदर्शनी देख दर्शक रोमांचित हुए। राम शर्मा ने बताया कि युवा पीढ़ी को आज़ादी के दीवानों से परिचित कराने के उद्देश्य से वे विगत 25 वर्षों से देश के अनेक राज्यों के शहरों, कस्बों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में निःशुल्क प्रदर्शनी का आयोजन करते रहते हैं।
चित्र प्रदर्शनी में 1857 की क्रांति के प्रमुख नायक बहादुरशाह जफर, रानी लक्ष्मीबाई, तात्या टोपे, वीर कुंवर सिंह, मंगल पांडे, टीका सिंह, अजीम उल्लाह खान, ज्वालाप्रसाद, नाना साहब पेशवा एवं अनेक क्रांतिकारियों सहित 1857 के साक्षी रहे लखनऊ का मोती महल, छतर मंजिल, आलम बाग दरवाजा, रेसीडेंसी, बिठूर घाट, इलाहाबाद का खुसरो बाग, ग्वालियर का किला, आगरा का किला, चांदनी चौक, दिल्ली बैंक, बादशाह का महल, दिल्ली तोपखाना का दरवाजा, ग्वालियर सेना टुकड़ी पर विंडहम की फौज का हमला, भारतीय घुड़सवार सेना का ब्रिटिश इन्फंेट्री पर हमला, बहादुर शाह का आत्म समर्पण, तात्या टोपे का सैनिक अभियान, लक्ष्मीबाई द्वारा 1858 में नाना साहब के भतीजे राव साहब को लिखे पत्र, कुंवर सिंह कचहरी जैसे दुर्लभ चित्राें को भी प्रदर्शित किया गया।