Song of Sindhi
हिन्दी अनुवाद
हेमूं ! तुमने हारकर माँ का दूध नहीं लजाया। तुम्हें फाँसी की सज़ा दी गई पर तुमने साथियों के नाम उजागर कर ग़द्दारी नहीं की।तुम ज़ुल्म से न डरे न झुके बल्कि डटकर मुक़ाबला किया।
भरी जवानी का सुख त्याग कर देश पर जीवन वार दिया।सुप्त सिंधी
जनता को जागृत कर अहसास कराया कि अपने देश में गुलाम बनकर विदेशी हुकूमत क्यों बर्दाश्त करें।सिंधी कर्तव्य पालक हैं और मातृभूमि का क़र्ज़ चुकाना जानते हैं।
तुमने जाती का मार्गदर्शन कर गौरवान्वित किया। तुम आज़ादी की शमां के परवाने थे। आज़ादी के अतिरिक्त किसी वस्तु को न चाहा।
तुम्हारी हिम्मत को शत् शत् नमन और शहादत को कोटिशः प्रणाम।
मौत के सामने मुस्कुराते फाँसी चढ़ गये पर हिम्मत न हारी। जब तक प्रकृति में सूर्य चंद्र रहेंगे तब तक तुम्हें देश स्मरण करता रहेगा।तमने मातृभूमि का क़र्ज़ चुकाया और प्राण न्योछावर करते हुए भी अपना फ़र्ज़ न भूले।
هيمون ڪالاڻي(گيت) ڍولڻ راهي
هيمون ! ھيڻو ٿي ھارائي
تو ماتا جو کير نہ کاريو۔۔۔
1-
توکي سزا ڏني وئي ڀاري
پر تو ڪين ڪئي غداري
نالا ڪين سلیئہ ساٿين جا
توکي ڌارين خوب ڌُتاريو۔۔۔
2-
ڏاڍ کان مور نہ ڏڪڻ سکيو تو
ڳڀرو اونچو ڳاٽ رکيو تو
ظالم آڏو محڪم بڻجي
ظلم خلاف آواز اٿاريو۔۔
3-
تنھنجا ڏينھن هُئا سُک ماڻڻ جا
پڻجي گھر ونڙي آڻڻ جا
پر تو جوانيءَ جو سُکُ گھوري
ديش جي صدقي جيون واریو
4-
سُتل سنڌين کي تو جاڳايو
سڀني کي اَحساس ڪرايو
پنھنجي ديش ۾ سھي ِغلامي
ڇا لئہ راڄ قبوليون ڌاريو۔۔۔
5-
سنڌي فرض نڀائي ڄاڻن
ڀونءِ جو قرض چڪائي ڄاڻن
تو جاتيءَ کي فخر ڪرڻ لئہ
سبب ڏنو ۽ دڳ ڏيکاريو۔۔۔۔
6-
آزاديءَ جو ھئين ديوانو
ديش جي ديپڪ جو پروانو
تو بس آزاديءَ کي چاهيو
ٻي ڪنھن شئہ تي ھرک نہ ھاريو
7-
پرڻام تنھنجي همت اڳيان
شت شت نمن شهادت اڳيان
موت اڳيان تو مُرڪي مَرڪي
ڦاسيءَ چڙھندي ھانءُ نہ ھاريو۔۔
8-
جيسين رھندا سج چنڊ تارا
ياد ڪندا توکي سڀ پيارا
تو ماتا جو قرض چڪايو
پراڻ ڏئي بہ نہ فرض وساريو۔۔۔۔
- ڍولڻ راهي۔
Author: Sri Dholan Rahi. Sent to MOC & SNA